प्राणायाम (Pranayama): श्वास नियंत्रण की चौथी सीढ़ी
योग की गहन और परिवर्तनकारी यात्रा में, प्राणायाम, या श्वास नियंत्रण का अभ्यास, चौथे अंग के रूप में एक सम्मानित […]
योग की गहन और परिवर्तनकारी यात्रा में, प्राणायाम, या श्वास नियंत्रण का अभ्यास, चौथे अंग के रूप में एक सम्मानित […]
योग के विशाल और गहन क्षेत्र में, आसनों या शारीरिक मुद्राओं का अभ्यास एक सम्मानित स्थान रखता है। जबकि अक्सर
जबकि कई लोग योग को शारीरिक मुद्राओं (आसन) और श्वास क्रिया (प्राणायाम) के साथ जोड़ते हैं, योग के अभ्यास में
योग का अभ्यास हजारों वर्षों से किया जा रहा है, जिसकी जड़ें प्राचीन भारत में पाई जाती हैं। कई योग
योग एक प्राचीन अभ्यास है जो समय की कसौटी पर खरा उतरा है। यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण की
मानव अस्तित्व के जटिल जाल में, योग और आयुर्वेद की प्राचीन परंपराएँ आपस में जुड़ी हुई हैं, जो एक गहन
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आज के तेजी से बदलते दौर में, स्वास्थ्य को बनाए रखना बस एक ट्रेंड नहीं है; यह जरूरत है। आयुर्वेद,
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